New Delhi: नसीरुद्दीन शाह बोले- गैर धर्म में शादी से घरवालों को नहीं थी आपत्ति, मां ने कभी मेरी पत्नी को धर्म बदलने को नहीं कहा

New Delhi: नसीरुद्दीन शाह बोले- गैर धर्म में शादी से घरवालों को नहीं थी आपत्ति, मां ने कभी मेरी पत्नी को धर्म बदलने को नहीं कहा

नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में अपनी वाइफ रत्ना पाठक के साथ अपनी शादी के बारे में बात की। उन्होंने देश में धर्म को लेकर हो रही राजनीति पर नाराजगी भी जताई। उन्होंने कहा कि मौजूदा दिनों में देश में धर्म भी राजनीतिक मुद्दा बन गया है।

ऐसे में उन लोगों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं जिन्होंने किसी दूसरे धर्म के लड़के या लड़की से शादी की है। उन्होंने कहा कि उनकी मां ने कभी भी रत्ना को धर्म बदलने को नहीं कहा।

नसीरुद्दीन और रत्ना पाठक की शादी को 41 साल हो चुके हैं। नसीरुद्दीन शाह ने बताया कि रत्ना पाठक से उनकी शादी कैसे हुई थी।

उन्होंने कहा कि आज देश में धर्म राजनीतिक हथकंडा बन गया है। इस वजह से लोग मेरी और रत्ना की शादी पर भी सवाल उठा रहे हैं।

कभी नहीं सोचा था कि शादी के 38 सालों बाद मेरी शादी पर सवाल उठेगा: शाह

नसीरुद्दीन ने कहा- मेरे मन में रत्ना से शादी करने को लेकर कभी भी कोई सेकंड थॉट नहीं आया और न ही मुझे कभी इस बात का कोई पछतावा हुआ कि मैं किसी हिंदू से शादी कर रहा हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी शादी के 38 सालों बाद किसी एक्स-कैबिनेट मिनिस्टर के पति मेरी शादी पर सवाल उठाएंगे।

यहां नसीरुद्दीन शाह ने एक्स-कैबिनेट मिनिस्टर सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल का जिक्र किया है। नसीरुद्दीन ने आगे कहा- उस समय मुझपर लव जिहाद को सपोर्ट करने का आरोप लगाया गया था।

मां ने कभी रत्ना को इस्लाम कबूलने के लिए नहीं कहा: नसीरुद्दीन

नसीरुद्दीन शाह ने ये भी बताया कि उनकी मां ने कभी रत्ना को इस्लाम धर्म को अपनाने को नहीं कहा। उन्होंने कहा- जब हमारी शादी की बात चली तब मेरी मां ने सिर्फ एक बार मुझसे पूछा था कि क्या रत्ना इस्लाम कबूल कर लेंगी। जब मैंने उनसे कहा कि नहीं तब उन्होंने कहा हां मजहब कैसे बदला जा सकता है।

अब मैं ये आपकी समझ पर छोड़ देता हूं कि आप किसी ऐसी महिला की बातों को तवज्जो देंगे जिसने उस तरह कुरान पढ़ी हो जैसे कोई बच्चा अपनी मां का दूध पीता है या फिर हिंदू-मुस्लिम साथ नहीं रह सकते ऐसा कहकर नफरत फैलाने वाले लोगों पर।

क्या नफरत के बीज अब तक पल रहे हैं?: नसीरुद्दीन

नसीरुद्दीन ने आगे कहा- मैं सिर्फ कह सकता हूं कि हम दोनों के परिवार ने इस शादी को अपना लिया और ये इस बात का सबूत है कि इस देश में दो अलग धर्मों के लोग भी साथ रह सकते हैं। मेरा सवाल है कि आखिर ये सारा जहर आया कहां से ? या फिर बंटवारे के दौरान नफरत के जो बीज बोए गए थे वो इतने सालों से अब तक पल रहे हैं ?

एक पुराने इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि रत्ना पाठक के घर वाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा- रत्ना जी के परिवार वाले इस रिश्ते के लिए मंजूर नहीं थे, इसलिए नहीं कि मैं दूसरे धर्म से जुड़ा हूं बल्कि इसलिए क्योंकि वो मुझे ड्रग एडिक्ट समझते थे।

स्वराज कौशल ने नसीरुद्दीन की शादी पर उठाए थे सवाल

2020 में लेट विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पति और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल ने नसीरुद्दीन की गैर-धार्मिक शादी पर सवाल उठाया था। दरअसल, 2020 में नसीरुद्दीन और अनुपम खेर के बीच लव जिहाद को लेकर ऑनलाइन टकराव चल रहा था। इसी बीच अनुपम खेर के पुराने दोस्त रहे स्वराज कौशल ने उनका सपोर्ट करते हुए ट्वीट किया था। स्वराज कौशल ने लिखा था- मिस्टर नसीरुद्दीन शाह, आप एक एहसान फरामोश इंसान हैं।

इस देश ने आपको क्या कुछ नहीं दिया, नाम दिया, इज्जत दी, शोहरत दी, फिर भी आप खुश नहीं हैं। आपने अपने धर्म के खिलाफ जाकर गैर धर्म की लड़की से शादी कर ली लेकिन किसी ने आपसे कोई सवाल नहीं किया। आपके भाई इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट जनरल तक बने।

बाद में स्वराज कौशल ने ये ट्वीट डिलीट कर दिया था। उनके भाई लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के पद से रिटायर हुए।

नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक ने 1975 में डेट करना शुरू किया था और 1982 में शादी की। इनके दो बेटे हैं- विवान शाह और इमाद शाह।

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